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दो मुंहे सांप का 25 लाख में किया सौदा
क्राइम ब्रांच ने तीन तस्करों को किया गिरफ्तार
इंदौर. क्राइम ब्रांच ने रेड सेंड बोआ नाम के दोमुंहा सांप के साथ तीन वन्य जीव तस्करों को गिरफ्तार किया है. रेड सेंड बोआ दुर्लभ प्रजाति के साँपो की तस्करी लाखों रुपये में होती है. आरोपियों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है.
क्राईम ब्रांच की टीम को मुखबिर से वन्य जीव प्राणी की तस्करी के संबंध में सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति एबी रोड वैष्णव ढाबे के पास कपडे के थैले में दो मुँहा सांप लेकर बेचने के लिए सौदागरों की तलाश में निकले है. सूचना पर क्राईम ब्रांच की टीम, वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराते हुए मुखबिर के बताए स्थान ग्राम भाटखेडी वैष्णव ढाबे के पास पहुँची.
यहाँ पर टीम के एक सदस्य को ग्राहक बनाकर नोट की गड्डी देकर उनके पास भेजा जिसने विशाल राजपतू से बात की. विशाल राजपूत ने दो मुंहा सांप 25 लाख रुपये में देने की बात कही. नोटो की गड्डी देख ली तब उसने अपने भाई राहुल राजपूत और अन्य साथी दिलीप नायक को आवाज लगाई कि इन्हें खोलकर दिखाओ. तब उसके भाई राहुल और साथी दिलीप ने थैली को खोलकर दिखाया.
ग्राहक बनकर पहुंचे पुलिस टीम के सदस्य ने इशारे में पूरी टीम को बुलाया तथा घेराबन्दी कर तीनों आरोपियों को पकड़ लिया. आरोपियों एक दो मुहाँ सांप (रेड सेंड) लगभग 3.5 फीट लम्बा और लगभग 2.8 किलो वजन की बरामद हुआ. आरोपी विशाल पिता रामगोपाल राजपूत (22) निवासी भाटखेडी, दिलीप पिता अंगूर नायक (24) निवासी खरगौन और राहुल पिता रामगोपाल राजपूत (24) निवासी किशनगंज को पकड़ कर वन विभाग की टीम के सुपुर्द किया गया है. आरोपियों पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है. इनसे विस्तृत पूछताच की जा रही है.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लगती है बड़ी बोली
उल्लेखनीय है कि दो मुँह वाले सांप की तस्करी भारत से नेपाल, इंडोनेशिया, ताईवान, मलेशिया, चीन और अरब देशों में तस्करों के माध्यम से होती है. इस प्रजाति के सांप से शारीरिक नशा, ताकत, मिर्गी, कैंसर, यौन शक्ति व एड्स जैसी खतरनाक बीमारियों की दवाईयां भी बनती है. यह सांप दुर्लभ प्रजाति का है जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में बड़ी बोली लगती है. अरब देशों में रेड सेंड बोआ प्रजाति के सांप से बने व्यंजनों की कीमत लाखों रुपयो में होती है.